Greed is nothing but the endless desire to get more and more of something or things in life. लालच ज्यादातर समय अपने बारे में सोचना है, बिना इस बात की परवाह किए कि दूसरे व्यक्ति को कैसा लगता है। हमारे स्वार्थी कार्य और विचार, अगर हम पर्याप्त रूप से सतर्क नहीं हैं, तो हमें बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Greed destroys friendships, relationships, and is the root cause of bigger mankind troubles like war and corruption.
Why does greed arise in our minds? What makes us want that bigger piece of pie? Why do we act greedily again and again? रहस्य यह है कि लालच आपके अंदर है। आप जिस वस्तु के बारे में लालची हैं, बात उस वस्तु की नहीं है; बात आपकी नीयत की है। Greed is not limited to a particular object.
Greed just needs an object of desire, something you must have once you have seen it. This can be anything – a chocolate, dress, gadgets, money, a person, a pet, or just a larger piece of pie. लालच आपको हर उस छोटी चीज से बांध देता है जिसकी आप इच्छा करते हैं और जो आपको खुश करने वाली है; चाहे वह एक पल की ही खुशी क्यों न हो। इस प्रकार लालच अनंत है। शायर मोहम्मद अल्वी ने कहा है : “जाएगा जी के साथ ये हौका लगा हुआ।“
Overcoming greed means overpowering the intention to possess that arises when you see a desirable object. अपने मन को नियंत्रित करना लालच को काबू में रखने की कुंजी है। आपको जिस क्षण आपके दिमाग में एक स्वार्थी विचार आता है तभी खुद को रोकना होगा। So, as soon as the thought to grab a desirable object comes to your mind, stop right there.
कार्यवाही न करें, बस अपने मन का निरीक्षण करें।
भाव को आकर जाने दें, उठ कर बैठने दें।
No individual exists in this world independent of others. Like islands, though appear isolated, they all exist in one ocean. यदि आप महसूस करते हैं कि जो आप चाहते हैं, वह सभी के भले की बात नहीं है, तो जान लें कि यह ख्वाहिश दरअसल लालच है। Stop yourself the moment you realize you are being greedy, understand the greed inside you, let it go, and then choose the option that’s best for everyone. जब आप इसका कई बार अभ्यास कर लेंगे, तो आप महसूस करेंगे कि आपके पास हमेशा लालच और उदारता के बीच चयन करने का विकल्प है। बात सिर्फ इतनी है कि आपने कभी ऐसा सोचा ही नहीं था। आपका मन बचपन से लालची बनने के लिए तैयार किया गया है।
How many times I have acted greedily in my life! It’s only now that I realize that it was due to ignorance, and nothing else. I thought only about myself while making those choices. यह तभी हुआ जब मैं उम्रदराज़ हुआ और अपने चारों तरफ सन्जीदगी से देखने लगा। तब मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ और, शुक्र है, अब मैंने चीजों को हाथ से जाने देना सीखा लिया है।
Giving up greed is among the best things that could happen to you.
When you want for nothing, the emotions of stress and anger over not possessing something, and bitterness towards the one who does, simply do not arise. जब आप अपने जीवन के हर पहलू में लालच छोड़ देंगे और संतुष्ट हो जाएंगे, तो आपका जीवन अधिक शांतिपूर्ण, खुशहाल और संतोषजनक हो जाएगा। जब आवे संतोष धन, सब धन धूरि समान। Be it friendship, relationships, or people you’ve never met, you will want nothing from anyone as aptly said by Urdu poet Gowhar Usmani : मिज़ाज-ए-मुस्तक़िल देना शऊर-ए-मोअतबर देना।