जीवन सीमित है। यह एक ऐसा तथ्य है जिसे हर कोई जानता है और फिर भी यह मानकर व्यहार करता है जैसे कि वह हमेशा के लिए जीने वाला है।

All around, one can see children being born, growing up, becoming teenagers, adults and then starting to age, becoming old and finally, dying. There is nothing which is hidden about this and yet, most people live with scant regard for the value of each day, drawn from a finite number of days. समय बड़ी ही लापरवाही से उद्देश्यहीन, और यहाँ तक कि अर्थहीन गतिविधियों पर खर्च किया जाता है।

जो बच्चे मन-शरीर समन्वय, हाथ-आंख समन्वय, इंद्रियों की ट्यूनिंग, संतुलन और गति विकसित करने वाली गतिविधियों में भाग नहीं लेते हैं, वे जीवन भर विकलांग बन कर रहते हैं। वे न तो ठीक से गेंद फेंक सकते हैं, और न ही एक सीधी रेखा में चल सकते हैं, या एक कागज पर एक वृत्त खींच सकते हैं। Simple activities like flying kites, playing pebbles, carrom etc. play a crucial role in acquiring skills in one’s future life.

इस पद में कबीर जीवन के आनी-जानी होने की तुलना जंगल में हरियाली के मौसम से करते हैं।

Like leaves that sprout, remain green for a few weeks, and then dry up and fall, so also, we get a limited period in life to learn, to train in skills, to earn a livelihood, procreate, raise the next generation and so on. प्रत्येक अवधि महत्वपूर्ण है – अगर अच्छी तरह से जीया जाए तो अद्भुत, लेकिन बर्बाद होने पर दुख का बायस। शेक्सपियर ने अपने नाटक ‘ऐज़ यू लाइक इट’ (एक्ट 2 सीन 7) में लिखा है :

All the world’s a stage,

And all the men and women merely players.

They have their exits and their entrances,

And one man in his time plays many parts,

His acts being seven ages.

 

लोगों के जीवन में शैशवावस्था, स्कूल के दिन, किशोर, युवा, मध्यम आयु, वृद्धावस्था और अंत में, लाचारीऔर मृत्यु के रूप में सात चरणों का वर्णन करती है। शैशवावस्था में, एक असहाय बच्चा बस रो सकता है और पिया दूध उलट सकता है। बच्चे स्कूल जाने से कतराते हैं। माताएँ अपने बच्चों के लिए महत्वाकांक्षी होती हैं और उन्हें स्कूल के लिए तैयार करवाती हैं, लेकिन वे बड़ी अनिच्छा से निकलते हैं।

On growing up into a teen, their main interest is in the opposite gender. They become sentimental, sighing, and writing poems, and acting a bit ridiculous. But as a youth, people are bold and fearless, prepared to fight and quick to spring into action. वे प्यार पाने और लोकप्रिय होने की ख़ातिर जीते हैं और इसके लिए बड़े जोखिम उठा डालते हैं।

Soon, people starting regarding themselves as wise and experienced, and do not mind commenting on others and making speeches. अपनी सफलता के परिणाम स्वरूप, लोग फालतू के शौक पाल लेते हैं। वे जीवन में आनंद और बेहतर चीजों, जैसे अच्छा भोजन, कपड़े और सैर-सपाटों में शामिल होते हैं, जो अमूमन गैरजरूरी और कभी-कभी तो गैर मुनासिब भी होती हैं।

लेकिन एक बार जब  इंसान बूढ़ा हो जाता है, तो शारीरिक या मानसिक रूप से पहले जैसा कुछ भी नहीं रहता है। और अंत में, व्यक्ति अपना दिमाग तक बुढ़ापे में खो बैठता है। बाल झड़ जाते हैं, दांत गिर जाते हैं, नजर धुंधला जाती है। Then, losing everything, one sinks into the oblivion of death.

अपने एक अन्य नाटक ‘मैकबेथ’ (एक्ट 5, सीन 5) में, शेक्सपियर जीवन की तुलना एक मंच पर एक अभिनेता द्वारा किए गए छोटे, भावनात्मक प्रदर्शन से करते हैं :

 

Life is but a walking shadow, a poor player

That struts and frets his hour upon the stage

And then is heard no more. It is a tale

Told by an idiot, full of sound and fury,

Signifying nothing.

 

जिंदगी बस एक भागती परछाई है, बेचारा कलाकार मंच पर बड़े जतन से अपना किरदार निबाहता है और परदा गिरने के बाद गुमनामी में खो जाता है। जहां तक दौलत का सवाल है, संपत्ति और जमा हुई चीजें, सब पीछे छूट जाती हैं।

हम जैसे इस दुनिया में खाली हाथ आये थे वैसे ही खाली हाथ निकल जाते हैं। धूमधाम खत्म, टांय- टांय फिस्स!