Gratitude है best attitude
कई बार हम सामने पड़ी चीज़ लापरवाही से छोड़ देते हैं पर बाद में वही चीज़ भारी कीमत चुकाने पर भी हासिल नहीं होती… !
दुनिया में ज़्यादातर लोग नाशुक्रे (Ungrateful) होते हैं, वे खुद को हासिल प्रेम, कुदरत की नवाजिशों के प्रति कृतज्ञ नहीं होते हैं. कृतघ्नता इस दुनिया के जघन्यतम अपराधों में से एक है.
कई बार हमें जो वस्तु आसानी से हासिल होती है, वो कद्र ना करने पर उतनी ही आसानी से चली भी जाती है. आपने अक्सर देखा होगा कई बार फ्री में या तोहफ़े में मिली चीजों को हम इधर-उधर लापरवाही से फेंक देते हैं और बाद में जरूरत पड़ने पर वे चीजें मिलती नहीं और फिर हम उनको पैसे देकर खरीदते हैं.
बेहद जरूरी है कि हम जीवन में छोटी-छोटी बातों के लिए कृतज्ञ होना सीखें because Gratitude is the best attitude.
जिंदगी छोटे-छोटे लम्हों से मिलकर बनी होती है, उन लम्हों की छोटी-छोटी खुशियां बड़ी-बड़ी मुस्कान दे जाती हैं. इसीलिए बेहद जरूरी है कि हम आज में जियें, हर एक लम्हे में उपस्थित रहें, ताकि हम उस लम्हे में शामिल प्रेम, देखभाल, आशीर्वाद, सुख-दुख का अनुभव करके अपने जीवन को समृद्ध कर सकें. कई बार किसी के प्रेम और अतिरिक्त देखभाल को हम उसकी कमजोरी मानने लगते हैं और उसको फॉर ग्रांटेड लेने लगते हैं. यह अभिमान भाव धीरे-धीरे उसके, हमारे प्रति निश्चल प्रेम को खत्म कर देता है और फिर जब हमें वह प्रेम, देखभाल हासिल नहीं होती तो हम परेशान होने लगते हैं.
प्रेम एक अदृश्य ऊर्जा की तरह होता है. जीवन में बहुत-कुछ अच्छा केवल इसी ऊर्जा की वजह से है इसीलिए इन नियामतों की कद्र करें ग्रेटीट्यूड शो करें, दूसरों से वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप खुद के लिए चाहते हैं, किसी के लिए अच्छा ना कर सकें तो कम से कम बुरा करने से तो खुद को बचा सकते हैं.
यह जीवन नफरत करने, कड़वाहट पालने के लिए बहुत छोटा है. प्रेम कीजिए, खुशियां बांटिए, शेयर कीजिए तो देखिए जीवन कितना आनंदमय हो जाता है.
दोस्तो ! जिंदगी से शिकायत करना छोड़िए और समाधान खोजिए. कई बार हमारे जीवन में ऐसे लोग आते हैं जिनके लिए बहुत कुछ करने के बाद भी वह ग्रेटीट्यूड शो नहीं करते हैं, वे आपके पीछे आपके खिलाफ बोलते हैं और आपको बहुत गुस्सा आता है. आपका मन करता है कि इनको खूब सुनाएं कि देखो हमने तुम्हारे लिए यह किया, हमने तुम्हारे लिए वह किया. पर यकीन मानिए ऐसा करने से कोई भी फायदा नहीं होगा जिसको कहकर एहसास दिलाना पड़े, जिसको बताना पड़े कि आपने उसके लिए क्या किया, वह इंसान कभी भी आपका सच्चा मित्र या हितैषी नहीं होगा; तो बेहतर यही होगा कि मन ही मन उसे माफ कर दिया जाए, उससे माफी मांग ली जाए और जीवन से मुक्त कर दिया जाए.
दोस्त कम हों तो अच्छा क्योंकि जिसके सब दोस्त होते हैं उसका कोई दोस्त नहीं होता और गिनाने से कभी कुछ नहीं होता. जो आपको जानते हैं, समझते हैं, दिल से प्रेम करते हैं, वे बिना कहे आपके प्रेम, आपके स्वभाव को समझने लगते हैं और हमेशा कृतज्ञ रहते हैं। क्यों जरूरी है हर किसी को जवाब देना क्योंकि जो आपको जानते-समझते हैं वे समझ जाएंगे और जो नहीं जानते उनको जवाब देने में अपना अमूल्य समय क्यों बर्बाद किया जाए!
कुदरत को प्यार करें, खुद को प्यार करें और कुदरत को बेहतर बनाने के लिए छोटे से छोटा, बड़े से बड़ा जैसा भी सहयोग आप कर सकते हैं वह करते रहें.
कभी यह ना सोचें कि मेरे अकेले के करने से क्या होगा. बूंद- बूंद से सागर भरता है, आपका एक प्रयास हो सकता है तीन-चार लोगों को प्रोत्साहित करे और वे तीन-चार लोग और लोगों को प्रोत्साहित करें. अच्छे कामों की ऊर्जा इस जगत को प्रकाशमान रखती है और रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाती है।
Image source : Era Tak