सेहत

पाचन शक्ति को मजबूत बनाने के कारगर घरेलू नुस्खे

Kanupriya Gupta
भोजन हमारे जीवन का अभिन्न अंग है और फिर अच्छा भोजन किसे नहीं भाता? पर क्या आप जानते हैं? अच्छे भोजन की आपकी परिभाषा आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करती है। पाचन क्रिया एक बेहद सामान्य शारीरिक क्रिया है लेकिन, यह उतनी ही जटिल भी...

बाइसिकल है, पहला प्‍यार नहीं जो लौटकर नहीं आएगा

Era Tak
3 जून को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व बाइसिकल दिवस के रूप में अप्रैल 2018 में घोषित किया था। वहीं हर साल 5 जून को मनाए जाने वाले विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत 1972 में की गई थी। साइकिल हल्की, सस्ती, आसान, सहज, सरल, एनवायरनमेंट...

अंगदान : मरने के बाद दें जीवन का वरदान

Dimple Anmol Rastogi
आप लोग सोच रहे होंगे मैं यह क्या बेवक़ूफ़ी भरी बात कर रही हूँ। यह कैसे सम्भव है? मरने के बाद जीवन का वरदान देना, भला यह भी कोई बात हुई। ना ना मुझे कोई मंत्र सिद्धि भी प्राप्त नहीं हुई है जिसका प्रयोग कर...

आयुष्मान भारत योजना

SatyaaDeep Trivedi
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जे ए वाई) प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत के गरीब और बेसहारा वर्ग को स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं देने के लिये, सितंबर 2018 में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत की थी। किसी देश की केंद्र...

कोरोना काले, सुविचारित बुद्धि

Era Tak
सर्दियां शुरू हो चुकी हैं, अभी त्योहारों का मौसम गुजरा है और शादियों का मौसम चालू है. ऐसे में शादियों में जाना, बाजार जाना, दोस्तों, रिश्तेदारों, मेहमानों का आना-जाना! दूरी रखते हुए भी न जाने कब फोटो खिंचाते हुए करीब आ जाना, मास्क को ठीक...

मासिक धर्म – आज भी टैबू

Dimple Anmol Rastogi
हमारे देश भारत में मासिक धर्म के बारे में बात करना आज भी एक बड़ा टैबू हैं। मासिक धर्म को लेकर अनेकों मिथ हैं, अनेकों ग़लत धारणायें हैं। अब समय आ चुका हैं खुल कर इस विषय में बात की जाए। साथ ही उन मिथकों...

दिवाली पर फिट हैं तो हिट हैं!

Era Tak
मिठाई, पकवान, दोस्तों के साथ लंच-डिनर और बहुत सारी मस्ती. नवरात्रि से फेस्टिवल सीजन शुरू हो चुका है और आप सब भी जोर-शोर से तैयारियों में लगे होंगे. कोरोना की वजह से माहौल थोड़ा ठंडा ज़रूर है पर मन में उम्मीदों के जुगनू भी टिमटिमा...

सोशल मीडिया और हमारी तन्हाई

Chaitali Thanvi
जब भीड़ बहुत हुआ करती थी, जब दुनिया तेज़ भागा करती थी, जब चार-पांच ऑटो खाली जाती दिखती थी, फिर भी उनमें से अपने लिए कोई ना रुकती थी, वो गुज़रा ज़माना याद आता है, उस रेस में दौड़ना याद आता है। पर अब दुनिया...

टूटते बिखरते लोग और सपने…

Charoo तन्हा
मन को आशा और दिलासा दे मेरे मौला !! साँझ निकट है काल विकट है कश्ती भी हिचकोले खाये ! कहें हैं सबसे दास “तन्हा” ना विचलित हों ना पछतायें !! एक उजाला; नई सुबह सा दे मेरे मौला !! मन को आशा और दिलासा...

मन का मालिक-Life Sutra with EraTak

Era Tak
 जब मन खाली होता है तो उसमें कुछ न कुछ भरता रहता है, जिसकी दिमाग को भी ख़बर नहीं हो पाती, और जब तक ख़बर होती है देर हो चुकी होती है, क्यों, क्या, कैसे ये सवाल कुलबुलाते हैं! टूटे, बिखरे मन पर काबू...