भोजन हमारे जीवन का अभिन्न अंग है और फिर अच्छा भोजन किसे नहीं भाता? पर क्या आप जानते हैं? अच्छे भोजन की आपकी परिभाषा आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करती है। पाचन क्रिया एक बेहद सामान्य शारीरिक क्रिया है लेकिन, यह उतनी ही जटिल भी है, अगर आपकी पाचन शक्ति अच्छी नहीं तो समझिए आपके शरीर को बिमारियों का घर होने में वक़्त नहीं लगेगा।
आपने कई लोगों को कहते सुना होगा कि वो कितना ही खा लें शरीर को लगता ही नहीं, या बहुत कम खाने पर भी पेट भरा हुआ लगने लगता है, यह उनके पाचन तंत्र के ठीक न होने के कारण होता है. आपको जानकार आश्चर्य होगा कि दुनिया में जितने भी रोग हैं उनके लगभग 40 % की जड़ में ख़राब भोजन, आदतें और कमजोर पाचनतंत्र है। आपको कोई व्यक्ति स्वस्थ दिखाई देता है तो समझिए उसका पाचन तंत्र दुरुस्त है और उसकी पाचन क्रिया सुचारू रूप से होती है।
सबसे पहले तो ये समझते हैं कि पाचनतंत्र क्या है (What is Digestive System in Hindi), जब हम कोई भी भोजन करते हैं तो पाचनतंत्र उस भोजन को तोड़कर उसे उर्जा (energy) में बदलता है और बचे हुए अपशिष्ट को मल के रूप में शरीर से बाहर निकाल देता है, अब अगर किसी का पाचन तंत्र ठीक नहीं है तो वो इस भोजन को सही ढंग से पचा नहीं पाएगा और उसके शरीर को सही मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाएँगे जिसके कारण शरीर धीरे-धीरे कमजोर होता चला जाएगा, अलग-अलग ढंग की बीमारियाँ शरीर को घेरने लगेंगी, धीरे-धीरे उस व्यक्ति का इम्यून सिस्टम भी गड़बड़ा जाएगा और एक समय के बाद उसके दिमाग पर भी इसका असर नज़र आने लगेगा। एक बस पाचन क्रिया का दुरुस्त न होना कितनी परेशानियों का कारण हो सकता है ये समझना बेहद ज़रूरी है।
Table of Contents
- पाचनतंत्र के ख़राब होने के सामान्य कारण [Common causes of poor digestion in Hindi]
- पाचन शक्ति कमजोर होने के लक्षण [Symptoms of Weak Digestive Power in Hindi]
- पाचन तंत्र खराब होने से क्या होता है? [What happens when the digestive system is damaged in Hindi]
- पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय [Ways to improve digestion power in Hindi]
- पाचन तंत्र को ठीक बनाए रखने के घरेलू उपाय [Home remedies to keep the digestive system healthy in Hindi]
पाचनतंत्र के ख़राब होने के सामान्य कारण [Common causes of poor digestion in Hindi]
पाचनतंत्र के ख़राब होने के कई कारण हो सकते हैं और कुछ कारण तो ऐसे भी हैं जो आपकी रोजमर्रा की ज़िन्दगी का हिस्सा है और आप अपनी लाइफस्टाइल बदलकर उन्हें आसानी से ठीक कर सकते हैं. पाचन क्रिया के खराब होने के सामान्य कारण ये हो सकते हैं :
- अत्यधिक तनाव लेना
- कम पानी पीना
- अनियमित भोजन करना
- लम्बे समय तक एक ही जगह बैठे रहना
- शारीरिक क्रिया न करना
- देर रात सोना, सुबह देर से जागना
- अधिक मात्रा में जंक फूड या फ़ास्ट फूड खाना
- खराब भोजन आदतें जैसे भोजन को ठीक ढंग से न चबाना या या भोजन के बीच में बहुत सारा पानी पीना
- भूख को टालना
- दिनचर्या का सही न होना
- तम्बाकू और शराब का सेवन
ऐसे या इसी तरह के सामान्य कारणों से आपकी पाचन शक्ति कमजोर हो सकती है, कई बार तो हमें पता नहीं होता कि हमारा पाचन तंत्र खराब है, हम दुनिया भर की बीमारियों के इलाज करते चले जाते हैं, दवाइयों का ख़ास असर भी नहीं हो पाता क्योंकि बिमारी की जड़ तो खराब पाचन शक्ति होती है, हम डॉक्टरों के चक्कर काटते रहते हैं पर समस्या तब भी ख़त्म ही नहीं होती, तो सबसे पहले ये समझना आवश्यक है कि पाचनतंत्र खराब है. ये कैसे पता लगाएं?
पाचन शक्ति कमजोर होने के लक्षण [Symptoms of Weak Digestive Power in Hindi]
पाचन शक्ति कमजोर होना सिर्फ आपकी भूख को प्रभावित नहीं करता, बल्कि खराब पाचन तंत्र शरीर को बीमारियों का अड्डा बना सकता है। पाचन तंत्र ज्यादा खराब हो जाने से पेट सम्बन्धी बड़े रोग हो सकते हैं. इनमें पेट में अल्सर (छाले ) हो जाना, कब्ज की समस्या बढ़ जाना, पित्त की पथरी हो जाना, क्रोन रोग होना, बवासीर की समस्या होना, एसिड भाटा रोग होना, जैसी समस्याएं सम्मिलित हैं, पर अन्य बीमारियों की तरह पाचन तंत्र की बिमारी भी अचानक नहीं आती, वो अपने आने से पहले कई तरह के लक्षण प्रदर्शित करती है, आवश्यकता इस बात की है कि हम इन लक्षणों को समझ सकें।
पाचन शक्ति के कमज़ोर होने के मुख्य लक्षण निम्नांकित हैं :
पेट सम्बन्धी लक्षण : पेट में जलन, बार-बार गैस बनी रहना, दस्त, मल त्याग में समस्या, मल में रक्त आना, काले रंग का मल आना, जी मचलाना, भोजन के स्वाद में लगातार फर्क महसूस होना, अपच होना, पेट फूलना, भूख कम लगना, ये कुछ लक्षण हैं जो ख़राब पाचन क्रिया की तरफ इशारा करते हैं।
थकान बनी रहना : अप्रैल 2017 में microbone नाम की एक मैगजीन में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार जिन लोगों को लम्बे समय तक थकान बने रहने की समस्या होती है उनके पाचन तंत्र के ख़राब होने की बड़ी सम्भावना होती है, ये पाचन तंत्र में फंगस, विषाणु आदि की उपस्थिति के कारण हो सकता है।
वजन में परिवर्तन : अगर आप अपना वजन बढ़ाने या घटाने के लिए प्रयास नहीं कर रहे हैं और आपके वजन में लगातार बढ़ोतरी या कमी हो रही है तो ये पाचन शक्ति के कमज़ोर होने का लक्षण हो सकता है।
त्वचा और बाहरी शरीर सम्बन्धी लक्षण : लम्बे समय तक ख़राब हाजमे की वजह से मुहांसे, सोरायसिस, एक्जीमा जैसी समस्या हो सकती है, इसके साथ ही कमज़ोर पाचन तंत्र बालों को कमज़ोर बना सकता है जिसके कारण बालों का झड़ना, असमय सफ़ेद होना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं. इसी के साथ बिगड़ा हुआ पाचन तंत्र नाखूनों पर भी असर डालता है, जिसके कारण नाखून खुरदुरे होना, बेहद नाज़ुक होना या बहुत पतले होना जैसी समस्या दिखाई दे सकती है।
तो देखा आपने एक पाचन शक्ति के कमज़ोर होने से शरीर को कितनी बीमारियाँ घेर सकती हैं.
पाचन तंत्र खराब होने से क्या होता है? [What happens when the digestive system is damaged in Hindi]
पाचन तंत्र का खराब होना सिर्फ उतने पर ही नहीं रुकता उसके कारण और भी कई रोग होने की सम्भावना बनी रहती है. सामान्य तौर पर पाचन सम्बन्धी सभी बिमारियों को पाचन रोग की श्रेणी में रखा जाता है पेट, पित्ताशय, लिवर पैनक्रियाटिक, छोटी आंत और कोलन से जुड़ी समस्याओं को पाचन तंत्र के रोग के नाम से जाना जाता है. पाचन तंत्र के रोगों में कब्ज, पाइल्स, एनल फिशर, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, पेट में छाले, अल्सरेटिव कोलाइटिस, गर्ड या एसिड भाटा रोग, गालस्टोन (पथरी ), सीलिएक रोग, क्रोन रोग आदि प्रमुख माने जाते हैं. साथ ही बवासीर (पाइल्स) को भी पाचन रोग की श्रेणी में ही रखा जाता है। सामान्यत: पाचन तंत्र रोग से होने वाली कुछ समस्याएं अधिक परेशान करने वाली नहीं होतीं. उनके छोटे-मोटे लक्षण होते हैं और वो 1-2 दिन में ठीक भी हो जाते हैं लेकिन अन्य समस्याएं गंभीर हो सकती हैं और अगर इनको बिना उपचार किये छोड़ दिया जाए तो ये जीवन के लिए घातक हो सकती है। पाचन तंत्र रोग से पैदा होने वाले लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं क्योंकि वे पाचन तंत्र रोग के प्रकार पर निर्भर करते हैं. इन बिमारियों के साथ ही कुछ अन्य बीमारियाँ भी हैं जिनका पाचन तंत्र से स्पष्ट सम्बन्ध स्थापित नहीं हुआ है पर ख़राब पाचन शक्ति का प्रभाव इन बीमारियों पर देखने मिला है :
इम्यून सिस्टम सम्बन्धी समस्या : जब शरीर का इम्यून सिस्टम किसी वायरस या बेक्टीरिया से लड़ता है तो कभी कमजोर पाचन तंत्र होने पर इम्यून सिस्टम अच्छे बेक्टीरिया को भी समाप्त करने लगता है।
मूड स्विंग्स : इस बात के कई प्रमाण मिले हैं कि ख़राब पाचन शक्ति आपके मष्तिष्क और धीरे-धीरे आपके मूड पर भी प्रभाव डालती है। 2017 में ‘क्लिनिक्स एंड प्रेक्टिस’ नाम के जर्नल में प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट के अनुसार पाचन तंत्र की समस्या धीरे-धीरे व्यक्ति की अवसाद या एंग्जायटी की समस्या बढ़ा सकती है।
माइग्रेन : पाचन शक्ति और माइग्रेन के बीच में सीधा सम्बन्ध स्थापित नहीं किया जा सका है पर कुछ शोध कहते हैं कि खराब पाचन शक्ति माइग्रेन के दर्द को ट्रिगर कर सकती है।
अर्थराइटिस : स्पष्ट प्रमाण नहीं हैं परन्तु कुछ शोध के हिसाब से कमज़ोर पाचन शक्ति के कारण शरीर हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक तत्वों को ग्रहण नहीं कर पाता जिसके कारण हड्डी सम्बन्धी रोग हो सकते हैं।
कई बार तरह-तरह की दवाईयों, या बिना परामर्श दवाइयों का सेवन भी पाचन रोग को बढ़ावा देता है. पेट का अल्सर कई लोगों को इसी वजह से होता है. हालाँकि अलग-अलग बीमारियों के अलग कारण हो सकते हैं पर पाचन तंत्र की ज्यादातर बीमारियों का सम्बन्ध हमारे खानपान पर दैनिक आदतों से होता है।
पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय [Ways to improve digestion power in Hindi]
पाचन तंत्र को ठीक रखने के सबसे अच्छा उपाय है कि व्यक्ति अपनी दिनचर्या को ठीक रखे, इसके लिए निम्न बातों का ध्यान रखना आवश्यक है :
- अधिक मात्रा में पानी का सेवन : उचित मात्र में पानी पीना पाचन तंत्र के लिए बेहद आवश्यक है. सामान्य तौर दिन में 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए।
- दिनचर्या ठीक रखें : सुबह से लेकर रात तक अपने रुटीन को सही रखें. सही समय पर भोजन करें, योग-व्यायाम करें तो पाचन ठीक बना रहता है।
- रात को समय पर सो जाएं और गहरी और लम्बी नींद लें; समय पर सोना और समय पर जागना अच्छे पाचन तंत्र के लिए अतिआवश्यक है इसलिए कोशिश करें कि 8 से 9 घंटे की अच्छी नींद लें।
- तनाव से दूर रहें : आपने देखा होगा कि जैसे ही तनाव बढ़ता है कुछ लोगों का पेट गड़बड़ा जाता है, उन्हें कब्जियत या दस्त की समस्या हो जाती है, इसलिए बेहतर है कि जितना हो सके तनाव से स्वयं को दूर रखा जाए।
- फास्ट फूड से दूरी बनाए : जहाँ तक हो सके फास्ट फूड से दूरी बनायें, ज्यादा फ़ास्ट फूड का सेवन पाचन शक्ति को कमज़ोर करता है।
- लम्बे समय तक भूखे न रहें, न ही बेवजह लगातार खाएं।
- भोजन का एक समय निर्धारित करें और सामान्य तौर पर उस वक़्त खाना खा लें।
- ज्यादा तलाभुना, गरिष्ठ भोजन करने से परहेज़ रखें।
- एक जगह बहुत लम्बे समय बैठकर काम न करें, अपने काम के बीच-बीच में बार-बार कुछ देर के लिए उठकर इधर-उधर घूमते रहें।
- ज्यादा नमक और ज्यादा मीठा दोनों से परहेज़ करें।
पाचन तंत्र को ठीक बनाए रखने के घरेलू उपाय [Home remedies to keep the digestive system healthy in Hindi]
- अदरक : अदरक को भोजन में ज्यादा शामिल करें. इसी के साथ अदरक का एक टुकड़ा लें और उस पर निम्बू का रस डालकर उसे चूसते रहें, इस प्रयोग से पाचन शक्ति बढ़ती है. अदरक की चाय पीने से पाचन शक्ति बढ़ती है।
- कीवी और प्रून (सूखा आडू ) का सेवन करने से भी पाचन शक्ति अच्छी बनी रहती है।
- भोजन में हींग का प्रयोग करें।
- सूखे आंवले को पीसकर चूर्ण बना लें और उसमे सेंधा नमक, काली मिर्ची, सोंठ, हींग मिलाकर उसकी गोलियां बना लें और भोजन के बाद इसका सेवन करें. इससे पाचन शक्ति बढ़ती है।
- पुदीना : पुदीने की पत्तियों को इलायची के साथ पानी में उबालकर पीने से भी पाचन शक्ति अच्छी होती है, इसी के साथ पुदीने का पाउडर, या चटनी का प्रयोग भी पाचन शक्ति को अच्छा बनाए रखता है। पुदीने की कुछ पत्तियों को चबाकर खाना भी पाचन तंत्र के लिए अच्छा है।
- एक गिलास पानी में 1 टेबल स्पून नीबू का रस और 1 टी स्पून खाने वाला सोडा मिलाकर पीने से भी पेट की समस्या से राहत मिलती है।
- दालचीनी : दालचीनी में एंटीओक्सिडेंट पाए जाते हैं जो पाचन तंत्र के लिए अच्छे होते हैं, भोजन में 1 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर प्रयोग करना, या उबलते पानी में एक चम्मच दालचीनी का पाउडर या स्टिक डालकर उसे छानकर चाय की तरह पीने से भी पाचन शक्ति मजबूत होती है.
- एक छोटी चम्मच लौंग के पाउडर में एक छोटी चम्मच शहद मिलाकर खाने से भी पाचन तंत्र की समस्या जैसे जी मचलाना, खाना हजम न होना आदि से राहत मिलती है।
- उबलते पानी में जीरा पाउडर मिलाकर रख लें. उसे दिन भर थोड़ा-थोड़ा पीते रहें तो भी पाचन शक्ति मजबूत होती है।
- अंजीर के सेवन से भी पेट की समस्या में आराम मिलता है।
- एलोवेरा के जूस को पेट के लिए बहुत अच्छा माना जाता है, अगर नियमित रूप से एलोवेरा के जूस का सेवन किया जाए तो 3 से 4 सप्ताह में गैस सम्बन्धी बीमारियां जड़ से खत्म होने लगती हैं।
- अजवाइन और सौंफ को बराबर मात्रा में ले लें और इन्हें तवे पर सेक लें. अब इसमें सेंधा नमक मिला लें और ठंडा करके एक डब्बे में भरकर रख लें, प्रतिदिन भोजन के बाद 1 चम्मच अच्छी तरह चबा-चबाकर खाने से पाचन क्रिया सुचारू रूप से चलती है।
- भोजन में सलाद का प्रयोग करें, और सलाद खाने का तरीका है कि उसे सबसे पहले खाया जाए उसके बाद अन्य भोजन किया जाए, इससे शरीर में फाइबर पहले जाता है जिससे पाचन तंत्र ठीक ढंग से काम करता है।
- रात में सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को एक गिलास पानी में घोलकर पीने से भी पाचन शक्ति मजबूत होती है।
सबसे अच्छा यह है कि अपनी दिनचर्या और खान पान को हमेशा अच्छा बनाए रखें, पाचन क्रिया को बेहतर करने वाले योग और आसन करते रहें, शरीर को व्यायाम की आदत डालें, अच्छे से पानी पियें और भोजन के बीच में पानी न पियें और पाचन तंत्र को नुक्सान पहूंचाने वाले भोजन से बचकर रहे तो हमारी पाचन क्रिया सुचारू रूप से चलती रहेगी और आप पाचन सम्बन्धी रोगों तक पहुँचने से बच जाएंगे।