आज, हम सफलता के पंद्रहवें और अंतिम नियम – “स्वर्णिम नियम का अभ्यास करना” – पर आते हैं। It concludes the “GOOD LIFE – क्या श्रेयस क्या प्रेयस” column that lasted for 52 weeks, making it one full year of author-reader connect.
This Law is basically a reiteration of the universal concept of “You reap what you sow.” What you work for is what you get. Do not expect to get success if you do not do what needs to be done. स्वर्णिम नियम का सार है कि, “आप जो कुछ भी करते हैं, वह सब कुछ जो आप कहते हैं, हर पसंद जो आप करते हैं, देर-सबेर हमारे साथ घटता है।”
हमारे विचार, कर्म और शब्द जल्द ही या बाद में, आश्चर्यजनक सटीकता के साथ हमारे पास लौट आते हैं।
If you want change, then make changes; if you want to be treated well, then treat others well; if you want to be loved, then love others. Don’t expect to get something when you aren’t doing it yourself. अधिकांश लोग दूसरों से तो पूर्णता की अपेक्षा करते हैं, पर दूसरे उनसे जो अपेक्षा करते हैं, उसे पूरा करने में असफल रहते हैं।
दूसरों में जो आप देखना चाहते हैं, उसका प्रतिबिंब बनें। अगर आप प्रेम चाहते हो, तो प्रेम दो; अगर आप ईमानदारी चाहते हो, ईमानदारी दो; अगर आप सम्मान चाहते हो, तो सम्मान दो। You get in return, what you give. As goes one saying, “Your mind is a garden. Your thoughts are the seeds. You can grow flowers. Or you can grow weeds.” सज्जाद बाक़र रिज़वी ने कहा है, “सारी रुतें आनी-जानी हैं हर रब का है अपना रंग, रंग का धोका खाने वालों अपना रंग उड़ाओ क्यूँ।”
Lack of understanding of the law upon which the Golden Rule philosophy is based is one of the major causes of failure of millions of people who remain in misery, poverty and want all their lives. सज्जाद बाक़र रिज़वी आगे फरमाते हैं, “चाहत जी का रोग है प्यारे जी को रोक लगाओ क्यूँ, जैसी करनी वैसी भरनी अब इस पर पछताओ क्यूँ।”
The Golden Rule means being genuine in your actions and not just doing something to be seen doing it. The true seeds of the Golden Rule and success are – being honest, trustworthy, generous, confident, and loyal. Being able to embody all of these characteristics (or “seeds”) will enable you to not just SAY, but also ACTION the Golden Rule.
जब आप इन पंद्रह नियमों पर महारत हासिल कर लोगे, और उन्हें अपने व्यवहार में उतार लोेगे, जैसा कि आप पंद्रह से तीस सप्ताह की अवधि के भीतर कर सकते हैं, तो आप अपने निश्चित मुख्य उद्देश्य की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यक्तिगत शक्ति पाने के लिए तैयार होंगे।
The purpose of these Fifteen Laws is to help you organize all the knowledge you have, and all that you will acquire in the future, so that you may turn this knowledge into POWER.
अपने सत्य को जियो। अपने प्यार का इजहार करो। अपने उत्साह को साझा करो। अपने सपनों को साकार करने की तरफ कदम उठाओ। Walk your talk. Dance and sing to your music. Embrace your blessings. Live every day well, attending to whatever it brings. This is the secret of success. स्वस्थ रहो, मस्त रहो।