The thirteenth Law of Success is “Profiting by Failure.” Before success comes into any person’s life, many temporary defeats and failures come in the way. किसी भी व्यक्ति के जीवन में सफलता आने से पहले, कई अस्थायी हार और असफलताएं बाधाऐं बन कर रास्ते में आती हैं। ऐसी स्थिति में सबसे आसान और सबसे तार्किक निर्णय संघर्ष को छोड़ देना होता है। This is exactly what a majority of people do. But that is wrong.
“असफलता से लाभ” एक विरोधाभास की तरह लग सकता है, लेकिन यह वास्तव में एक सच्चा बयान है।
Failure is actually the equivalent of taking a step up the ladder on your way to success. If you stumble, you can either choose to let go and fall back to the ground or hold on tight and continue to climb. If you choose to climb, you will not make the same mistakes again.
सफलता एक सफर है। रास्ते में, हर कोई समय-समय पर विफल हो सकता है। बाधाओं का सामना कर सकता है और ठोकर खा कर गिर भी सकता है। यह विश्वास जरूरी है कि विफलताएं दरअसल अस्थायी हैं। आपकी विफलताएं तभी स्थायी होती हैं यदि आप कोशिश करना छोड़ने का विकल्प चुन लेते हैं। सुहैल अज़ीमाबादी के लफ्जों में, “है ये मतलब गर्दिश-ए-अय्याम का, पर्दा रख ले कोशिश-ए-नाकाम का।”
Each time you fail, you are actually getting closer to your goals.
Failing will make you stronger, wiser, and more determined. You will literally profit from failure; it is all just a matter of perspective. एकमात्र सच्ची विफलता वास्तव में कोशिश करना छोड़ देने में हैं।
मैं “दिल चाहता है” की अनियंत्रित इच्छा को लोगों के जीवन में विफलता का सबसे आम कारण मानता हूं। ना जाने क्यों बहुत से लोग यह मानते हैं कि जो वे चाहते हैं उस पर उनका हक है। And that’s a big mistake! असलियत यह है कि बिना कोशिश किए और दूसरों की मदद लिए आप कुछ प्राप्त कर नहीं कर सकते हैं।
You see, you only start to get the things you want in life, when you are able to help other people. Every business that succeeds does so because it is helping enough people to fulfill their needs.
असफलता के पीछे का दूसरा सबसे आम कारण डर है। नेपोलियन हिल छः तरह के डरों के बारे में बताते हैं जो सभी मनुष्यों के जीवन में होते हैं: गरीबी का डर, आलोचना का डर, बीमारी का डर, प्यार खोने का डर, बुढ़ापे का डर, और सबसे अदम्य – मृत्यु का डर।
Though often denied but nevertheless a dogging cause of failure is the wrong selection of a mate in marriage. I am amazed to see how casually and for the most stupid reasons, people select their life partners. अब्राहम लिंकन ने कहा है कि एक विभाजित घर कभी खड़ा नहीं रह सकता। पारिवारिक कलह अमूमन व्यावसायिक विफलताओं का कारण होती है। बेशक, व्यवसाय में गलत सहयोगियों का चयन भी समान रूप से जिम्मेदार है।
सफलता का तेरहवां नियम – असफलता से लाभ – इस बात पर जोर देता है कि आपको मुश्किलों और दुश्वारियों को साथ लेकर अपने लक्ष्यों का पीछा करते रहने की जरूरत है। गलतियों, बेमेल संगत, और कष्टों के माध्यम से ही, जिंदगी आपको अपनी सफलता के लिए आवश्यक कौशल सिखाती है। आनंद नारायण मुल्ला ने इसे ऐसे कहा है, “आ कहाँ है तू फ़रेब-ए-आरज़ू, आज नाकामी से लेना काम है।”
We have already seen the twelfth Law of Success – “Cooperation” – combined with the fourteenth Law – “Tolerance”, in our last column. In the next week, we will discuss the fifteenth and the last Law of Success and conclude this Column with it.