Habit 2 of Highly Effective People is to Begin with the End in Mind. अंजाम की सोच कर आगाज़ करें। अपना समय और ऊर्जा उन चीजों पर केंद्रित करें जिन्हें आप नियंत्रित कर सकते हैं। खाली-पीली मसलों में पड़ने से बचें। Of what use are the successes that have been achieved at the expense of things that were far more valuable than them? अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।
Before climbing, check if your ladder is leaning against the right wall, and whether every step you take is getting you to the right place. अब, यदि आप एक गलत ट्रेन में सवार हो जाते हैं, तो यह आपको तेजी से आपकी मंजिल से दूर लेती जाती है।
Follies of youth, not corrected in time, ruin an entire life.
In the modern world, everyone is actually very busy. People are working harder than ever, but because they lack clarity and vision, they are not getting very far. They are, in essence, running in a loop, or on a treadmill, with all of their might, but reaching nowhere. साल १९६० की फिल्म ‘बरसात की रात’ की मशहूर कव्वाली की एक पंक्ति में जैसे कहा गया है – मेरे शौक़-ए-खाना खराब को, तेरी रहगुज़र की तलाश है। वे दरअसल अपने गलत जुनूनों का पीछा कर रहे हैं।
Begin with the End in Mind habit calls for imagination. This is to cultivate the ability to envision in your mind what you cannot at present see with your eyes. It is based on the principle that all things are created twice. पहले बात मन में उठती है – यह एक मानसिक रचना है, और फिर उस पर अमल होता है – जो दूसरी रचना है। तन तो मन का वैसे ही अनुसरण करता है, जैसे एक इमारत एक नक्शे पर खड़ी होती जाती है।
यदि आप यह कल्पना करने की कोशिश नहीं करते कि आप कौन हैं और जीवन में आप क्या चाहते हैं, तो आप अन्य लोगों और परिस्थितियों को खुद पर और अपने जीवन पर काबू करने का न्यौता दे रहे होते हैं। बीमारियाँ पाल रहे होते हैं। It is about connecting with your own uniqueness and then defining the personal, moral, and ethical guidelines within which you can most happily express and fulfill yourself. Your life flourishes.
When I interact with young children of the age group of 8 – 12 and ask them what they want to become when they grow up, the entire room gets filled with joy and excitement. Children express themselves with conviction, without doubts, using their fertile imagination. दस साल की एक लड़की ने न केवल मुझे यह बताया कि वह बड़ी होकर स्विट्जरलैंड में रहना चाहती है, बल्कि उसने मुझे अपनी कार के ब्रांड और रंग के बारे में भी बताया जो वह चलाएगी। मुझे कोई संदेह नहीं है कि समय आने पर वह बच्ची जरूर वहाँ होगी।
इसके विपरीत, जब आप अधेड़ उम्र के लोगों से बात करते हैं, तो उनमें से अधिकांश क्रोधित, निराश और उदास होते हैं। Ask them about their education; why they chose to study what they studied; why are they in this particular job; and they blame everything and everyone. उनसे पूछें कि वैकल्पिक भविष्य क्या हो सकता है; क्या वे बदलाव करने के लिए तैयार हैं; खुद बदलने को राजी हैं, तो बस खामोशी सुनाई देती है।
अंजाम की सोच कर आगाज़ करने की आदत को अपने जीवन में शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका तीन पैराग्राफ की अपनी एक-पेज की आत्मकथा लिखना है। In the first paragraph, write how you have reached your present position. In the second, focus on what you want to be and do. It is your plan for success. In the third paragraph, put your goals in focus, and write the steps you are going to take for that.
इस कागज को दिन में दो बार बोल कर पढ़ें, सोने से पहले बिस्तर में बैठ कर तो निश्चित रूप से। यह सरल काम आपको अपने जीवन की कमान थमा देगा। Gradually but definitely, you will be creating your own destiny and securing the future you envision.