Habit 4 of Highly Effective People is “Think Win-Win.” When one side in a transaction benefits more than the other, that’s a win-lose situation. To the winner, it might look like success for a while, but in the long run, it breeds resentment and distrust. “तेरी जीत मेरी जीत, तेरी हार मेरी हार” की सोच अच्छा होने के बारे में नहीं है, न ही यह कोई जुगाड़ है। यह मानव संपर्क और सहयोग के लिए एक चारित्रिक मानदण्ड है।
In the long run, if it isn’t a win for both parties, they both lose.
That’s why win-win is the only real alternative in interdependent realities. एक जीत-जीत की भावना वाले व्यक्ति के तीन महत्वपूर्ण चारित्रिक लक्षण होते हैं: (१) विश्वसनीयता – सच्ची भावनाओं, मूल्यों और प्रतिबद्धताओं के साथ जुड़े रहना; (२) परिपक्वता – दूसरों के विचारों और भावनाओं के लिए साहस और विचार के साथ विचारों और भावनाओं को व्यक्त करना; (३) प्रचुरता की मानसिकता – विश्वास करना कि दुनिया में सभी के लिए बहुत है।
It is very important to plant seeds of happiness, hope, success, and love in our day-to-day lives. If you do this, it will all come back to you in abundance. This is the law of nature. Allow life to unfold before you, constantly and visibly, like the clouds. अपने विचारों को हवा के साथ घूमने फिरने दें। यह सरल उन्मुक्त भावना आपको आनंद से भर देगी।
कल जो हुआ सो हुआ, आज कुछ अच्छा होने की उम्मीद करें।
Realize that the past no longer holds you captive. It can only continue to hurt you if you hold on to it. Even the smallest shift in perspective can bring about the greatest healing.
यह सब आपकी मानसिक ऊर्जा के विन्यास के बारे में है। जब आप बहुतायत के बारे में सोचते हैं, तो आप कृतज्ञता, उदारता, विनय, दूसरों के प्रति चिंता महसूस करते हैं – बजाय इसके कि आप क्या ले सकते हैं, आप क्या दे सकते हैं, क्या साझा कर सकते हैं, की सोचते हैं। When you think of scarcity, you feel competition, fear, anxiety, a sense of holding on to what you have. Your mindset is defensive and reactive. शायर अकबर इलाहाबादी ने कहा है, “तालीम का शोर ऐसा तहज़ीब का ग़ुल इतना, बरकत जो नहीं होती निय्यत की ख़राबी है।”
The secret of abundance is to stop focusing on what you do not have and shift your consciousness to an appreciation for all that you do. अपनी प्रवृत्ति पर भरोसा करें और वो कुछ करें जो आपके जज्बे के मुताबिक हो। प्रचुरता खुदबखुद आपके जीवन में हर दिन आश्चर्यजनक और चमत्कारी तरीके से प्रवाहित होने लगेगी।
Dr. Wayne Dyer has said, “Abundance is not something we acquire. It is something we tune into.” बहुतायत की कुंजी आवश्यकताओं पर अंकुश लगाने में है। आपके पास पहले से जो कुछ है उसकी कद्र करना बहुत जरूरी है। But doing this is not easy; it has never been easy.
Win-Win is indeed your belief in God, your faith that everyone and everything is interconnected and part of one great system. Blessed are those who trust others. Doubters are indeed wretched people. Thoughts to compete, fight, snatch away and dominate others come from Satan. अल्लामा इक़बाल ने ‘इबलीस की मजलिस-ए-शूरा’ में लिखा है : मैंने मुनइ’म को दिया सरमाया दारी का जुनूँ, कौन कर सकता है इस की आतिश-ए-सोज़ाँ को सर्द। Be on your guard and don’t fall into Satan’s trap.