स्टाइल और ट्रेडिशन की जुगलबंदी : इंडो-वेस्टर्न साड़ी ऑन दिवाली

“There is no rule for fashion”

यानी फैशन का कोई रूल नहीं. जो आपको सबसे अलग दिखाए, जिसको अपना कर आपको अच्छा लगे, आराम मिले, वो फैशन !

इतिहास खुद को दोहराए या न दोहराए, फैशन ख़ुद को ज़रूर दोहराता है, वक़्त और जनरेशन की डिमांड के हिसाब से बदलता रहता है. लाइफ को सलीके से जीने का फलसफा है फैशन और किसी ख़ास मौक़े जैसे शादी, फेस्टिवल्स पर तो फैशन बहुत ज़रूरी हो जाता है, जिसमें आप सबसे ख़ास दिखें. फेस्टिवल सीजन नवरात्रों से शुरू हो चुका है और बस कुछ दिनों बाद ही दिवाली है. घर की साफ़-सफाई, डेकोरेशन, शॉपिंग के बाद एक बहुत बड़ी समस्या सबके सामने आगे खड़ी होती है कि क्या पहनें? ये समस्या शायद हर घर की समस्या है… अलमारी कपड़ों से भरी हुई है पर हमें कोई कपड़ा समझ में नहीं आता, दिवाली के दिन हम सबसे शानदार ड्रेस पहनना चाहते हैं. दिवाली पर ऐसी ड्रेस होनी चाहिए जो ट्रेडिशनल होने के साथ-साथ स्मार्ट भी हो! जिसमें चलने-फिरने, नाचने, भागने-दौड़ने की भी आज़ादी मिले… ताकि रंगोली बनाने, घर सजाने, दीए जलाने, पटाखे फोड़ने, गेस्ट्स की आव-भगत करने में भी पूरी सहजता और सुविधा रहे. तो मेरे पास इस दिवाली पर ख़ास लगने के लिए कुछ शानदार आईडियाज़ हैं –

खोलिए पुराने बक्से –

हम सबके पास मां, नानी-दादी की कई कीमती साड़ियां रखी होती हैं, जो सालों से बंद है और कभी-कभी उनको धूप दिखा कर वापस बंद कर दिया जाता है. छह गज का ये खूबसूरत परिधान हमारे भारत का ट्रेडिशनल पहनावा है. विशेष अवसरों पर साड़ी को पहनना ज़रूरी समझा जाता है. साड़ी एक अलग तरह का ग्रेस देती है जो किसी भी और परिधान में मिलना मुश्किल है. पर आज की नयी पीढ़ी साड़ी पहनने से बचती है क्योंकि उसमें उनको आसानी कम और दुविधा ज्यादा लगती है. लेकिन अगर थोड़ा सा दिमाग लगाया जाए तो साड़ी को भी बेहद स्टाइलिश और आसान बनाया जा सकता है. साड़ी में बॉडी भी ज्यादा पतली और लम्बाई ज्यादा नज़र आती है जो पर्सनैलिटी में अलग तरह का निखार देती है. तो क्यों ना उन साड़ियों को इस बार निकाला जाए, एक नए स्टाइल में पहना जाए ताकि इस दिवाली आपके पहनावे में आधुनिकता के साथ पारंपरिकता का touch हो और वह साड़ी आपकी मां, दादी या नानी के स्पर्श का अहसास भी देती रहे!

Model – Deeksha Tank (Photo Credit – Tasveer Lounge)

अपनी वार्डरॉब में कई सालों से रखी साड़ियों को भी आप पारंपरिक ब्लाउज, पेटीकोट के बजाय ट्राउजर, प्लाजो, जीन्स, टी-शर्ट, डिजाइनर ब्लाउज, कुर्ती, शर्ट आदि के साथ ट्राई करके शानदार मिक्स एंड मैच बना सकते हैं. ऐसे में जहां ज्यादातर ट्रेडिशनल साड़ी, सलवार-सूट, लहंगा, इवनिंग गाउन में होंगी, वहीँ आपका ये इंडो-वेस्टर्न साड़ी स्टाइल कुछ अलग ही नजर आएगा और यकीन मानिए, लोगों की नजरें आप पर टिकी रहेंगी.

सबसे आसान तरीका तो मैं आपको बता देती हूँ कि कोई भी साड़ी लीजिए, उसके शुरूआती हिस्से की आठ–दस प्लेट्स बनाकर जींस या ट्राउजर में डालिए, बाकि हिस्से को कमर से लपेट कर दायें या बाएं कंधे पर स्टाइल से डाल सकते हैं. सिली-सिलाई यानी Stitched साड़ियाँ भी मार्किट में मिलती हैं पर उसमें आपके पास एक लिमिटेड चॉइस होती है जबकि आपके पास कई ऐसी साड़ियाँ होती हैं जिनको किसी ख़ास अवसर पर एक बार पहन कर रख दिया होता है, उनको भी एक अलग लुक के साथ डिफरेंट स्टाइल में पहना जा सकता है, जिससे वो एकदम नयी और अलग दिखेंगी. साड़ी पहनने के बहुत सारे वीडियोस You Tube पर उपलब्ध हैं, जिनको देख कर आसानी से कई नए तरीकों जैसे पैंट स्टाइल, धोती स्टाइल, बटरफ्लाई स्टाइल आदि में साड़ी को पहनना सीखा जा सकता है.

 

बेल्ट एंड बूट्स –

कमर पर बेल्ट या कमरबंद लगाकर साड़ी का glamour बढ़ा सकते हैं. आजकल कई स्टाइलिश बेल्ट्स और कमरबंद मार्किट में उपलब्ध हैं जिनकी कीमतें डेढ़ सौ-दो सौ रुपये से शुरू हो जाती है. पैरों में sandles की जगह बूट्स या स्पोर्ट्स शूज भी try कर सकती हैं, सर्दियाँ भी शुरू हो चुकी हैं, ऐसे में बूट्स डिफरेंट स्टाइल के साथ-साथ गर्माहट का अहसास भी देंगें. स्पोर्ट्स शूज से आप हाई हील्स को पहनने से होने वाले दर्द से भी बच सकतीं हैं और ये आपकी साड़ी में एक फंकी लुक ऐड करता है.

स्मार्ट चॉइस एंड मैनेजमेंट –

हर फेस्टिवल पर नए कपड़े खरीदने से अच्छा अलमारी और सूटकेस में पड़े कुछ पुराने महंगे कपड़ों को मिक्स एंड मैच करके पहना जाए क्योंकि ज्यादा हैवी कपड़े साल में एक दो बार ही निकलते हैं इसलिए उन पर बहुत ज्यादा पैसे खर्च करना जरूरी नहीं. उनको डिफरेंट स्टाइल में पहनकर और डिफरेंट तरीके से ट्राई करके नए स्टाइल भी पा सकते हैं और साथ ही साथ पैसे भी बचा सकते हैं.

Money saved is money earned.

जींस और टॉप पर किसी लहंगे का हैवी एम्ब्रायडरी वाला दुपट्टा भी डाला जा सकता है. अगर हैवी ड्रेस है तो लाइट ज्वेलरी और लाइट ड्रेस है तो हैवी ज्वेलरी चुन के अपने लुक को परफेक्ट बना सकती हैं.

अपने लुक्स और स्टाइल के साथ एक्सपेरिमेंट्स करते रहने के लिए कॉंफिडेंट होना ज़रूरी है और यही कॉन्फिडेंस आपकी पर्सनैलिटी में चार चाँद लगाता है.

ये पहनावा आपको चलने-फिरने-भागने-नाचने की पूरी आजादी देता है, इसमें वेस्टर्न वियर की फुर्ति, स्मार्टनेस और भारतीय परिधान की नजाकत, खूबसूरती दोनों शामिल हैं. और यकीन मानिए. जब आप कुछ इस तरह से तैयार होंगीं, तो लोग ज़रूर पूछेंगे कि ये शानदार ड्रेस कहाँ से ली! तो इस बार कुछ ऐसा ट्राई करें ताकि सबकी नजर आप पर टिकी रहे तो तैयार हो जाइए दिवाली मनाने को इस बार नए Indo-Western style के साथ !

 

Learn to share –

एक काम और कीजिए अपनी अलमारी में रखे ऐसे कपड़े जो आपने पिछले एक दो सालों में बिलकुल इस्तेमाल नहीं किए हैं उनको और कुछ गर्म कपड़ों को निकाल कर जरूरतमंदों को दे दीजिए, ऐसे वह कपड़े उनके काम आ जाएंगे जिनको उनकी आपसे ज्यादा जरूरत है और आपकी अलमारी में कुछ जगह भी बन जाएगी.

 

खुशियां बांटे, प्रेम बाटें; यही त्यौहार मनाने का सबसे बेहतर और खूबसूरत तरीका है.

 

Image source: Viraj D. Tak

पसंद आया तो कीजिए लाइक और शेयर!

आप इसे भी पढ़ना पसंद करेंगे

टिम कुक ने भारत के पहले एप्पल स्टोर का किया उद्घाटन

Girija Jodha

देह गगन में समंदर हज़ार

Dr. Dushyant

कौन था ‘पश्चिम का शंकराचार्य’ ?

Dr. Dushyant

बाइसिकल है, पहला प्‍यार नहीं जो लौटकर नहीं आएगा

Era Tak

मिल जा कहीं समय से परे

Dr. Dushyant

साइंस का नोबेल मिलता है, धर्म ठुकरा देता है

Dr. Dushyant